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| डोमचांच थाना |
कोडरमा : जिला के डोमचांच थाना प्रभारी को हटा कर उक्त स्थान पर स्थानीय पत्रकार विपिन बिहारी सिंह को बैठा देना चाहिए, क्योकि डोमचांच थाना का नियंत्रण पत्रकार विपिन बिहारी सिंह जैसे लोगो के हाँथ में है। और उनके जैसे लोग थाना में बैठ कर तय करते है, किस मामले में कार्यवाही करना है, और किस मामले में कार्यवाही नहीं करना है, बताते चले की डोमचांच थाना प्रभारी के पास पीड़ित के द्वारा न्याय की गुहार लगाई जाती है, परन्तु थाना प्रभारी द्वारा कार्यवाही के नाम पर मामले को टाल मटोल कर दिया जाता है। जिसके कई उदाहरण सामने है, जिन मामलों पर कार्यवाही करना चाहिए था परन्तु कार्यवाही नहीं हुई।
केस संख्या 1
डोमचांच थाना क्षेत्र मधुबन निवासी कुसुम देवी के द्वारा अपनी बेटी के लापता होने का आवेदन दिनांक 7 जुलाई 2024 को दिया गया है परन्तु स्थानीय थाना द्वारा उक्त मामले पर कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया है और अब तक लड़की को बरामद नहीं किया गया है, पीडिता पैर से दिव्यांग है वह थाना नहीं जा पाती है परन्तु वह जब भी थाना जाती है तो कार्यवाही हो रहा है यह बोल कर उसे थाना से वापस घर भेज दिया जाता है इस तरह एक दिवयांग महिला को विगत तीन माह से थाना प्रभारी के द्वारा कार्यवाही के नाम पर टहलाया जा रहा है।
केस संख्या 2
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| दरवाजे पर लगा सीसीटीवी |
केस संख्या 3
डोमचांच थाना क्षेत्र के बगरीडीह पंचायत में एक महिला सुबंती देवी उम्र 25 की ससुराल वालो ने हत्या कर दी जिस पर डोमचांच थाना काण्ड संख्या 3/24 दिनांक 6 जनवरी 2024 को IPC की धारा 302 के तहत दर्ज है परन्तु डोमचांच पुलिस अब तक किसी भी अभियुक्त की गिरफ़्तारी नहीं कर सकी है पीड़ित परिवार पिछले सात माह से कभी थाना तो कभी पुलिस अधीक्षक तो कभी पुलिस महानिदेशक को कार्यवाही के लिए पत्र लिख लिख कर परेशांन है इस घटना का पैरवीकार सिकन्दर यादव थाना के चक्कर लगा पर थक चुका है इधर हत्या के आरोपी लागातार सिकन्दर यादव पर केस में समझौता करने के लिए दबाव बना रहे है कहते है पुलिस को मुहमांगा रकम दिए है तुम अपना बोलो बहन को मरना था वो मर गई, इस तरह शिकायतकर्ता को प्रताड़ित किया जा रहा है।
केस संख्या 4
अपराध अनुसंधान विभाग रांची से थाना प्रभारी को
कार्यवाही के मिले आदेश परन्तु नहीं हुई कार्यवाही।
डोमचांच थाना क्षेत्र के मधुबन से लापता हुई लड़की की बरामदगी के लिए अपराध अनुसन्धान विभाग रांची के द्वारा भी थाना प्रभारी डोमचांच को तत्काल कार्यवाही कर लड़की बरामद करने के मौखिक आदेश हुए है परन्तु थाना प्रभारी के क्रियाकलाप तो स्थानीय पत्रकार के नियंत्रण में है ऐसे में न्याय की उम्मीद पीड़ित परिवार किससे करे? ऐसे में पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कोडरमा के दरवाजे पर अपनी गुहार लगा रही और कार्यवाही के इंतजार में है।

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