स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि नाली निर्माण के बाद एक दिन भी पानी नहीं दिया गया, सीमेंट कम डाला जा रहा है, सरिया (छड़) की मोटाई जो प्रकलन के अनुसार होना चाहिए वह नहीं है, और टुकड़ा टुकड़ा सरिया (छड़) का इस्तेमाल किया जा रहा, बालू में मिटटी है जो कि बहुत ही गंदा है, वहीं गिट्टी का क्वालिटी भी निम्न स्तर का है, जब इसकी शिकायत ठेकेदार के मुंशी मोहम्मद मेराज से की तो उन्होंने बताया कि ऐसा ही काम होगा, ग्रामीणों का कहना था कि नगर पंचायत के जेई कभी आते ही नहीं है, हमने कभी जेई साहब को देखे तक नहीं हैं ।
अनियमितता की सुचना नगर पंचायत कोडरमा के जेई गौरव मिश्रा को मिलने के बाद वे निर्माण कार्य स्थल बहेरवाटांड पहुंचे, जहां संवेदक भी मौजूद थे, वहां ग्रामीणों की शिकायत थी की घटिया बालू गिट्टी और सीमेंट का मात्रा कम दिया जा रहा है, जिस पर जेई गौरव मिश्रा ने संवेदक को बालू और गिट्टी को बदलने का निर्देश दिया, वहीँ सीमेंट की मात्रा को भी बढ़ाने को कहा गया है, और प्राकलन के अनुसार शरिया (छड़) डालने का निर्देश दिया, मौके पर जेई गौरव मिश्रा ने स्थानयी ग्रामीणों को कहा कि अगर संवेदक के द्वारा निर्माण कार्य में किसी प्रकार कि अनियमितता बरती जाती है, तो फौरी तौर पर मुझे सूचना दें।
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