कोडरमा जिले के सतगावां प्रखंड अंतर्गत पंचायत मीरगंज के मुखिया के द्वारा अबुआ आवास के नाम पर अवैध उगाही करने की शिकायत को लेकर शनिवार को दर्जनों महिला व पुरुष कोडरमा उपायुक्त से मिलने समाहरणालय पहुंची थी, जहां ग्रामीणों के द्वारा आवेदन देकर अपनी शिकायत दर्ज कराई गई है ।
दिए गए आवेदन में ग्रामीणों के द्वारा बताया गया है कि मीरगंज पंचायत के मुखिया मंटू चौधरी के द्वारा अबुआ आवास का लाभ दिलाने के नाम पर हम गरीब परिवारों से 20 हज़ार रुपये रिश्वत मांगा जा रहा है, पैसा नहीं देने पर अबुआ आवास का लाभ नहीं मिला है, इसे लेकर असलम खान पिता स्व. मौला खान, शिवा देवी पति कोलेश्वर भुइयां, सरस्वती देवी पति गौरी भुइयां, कैली देवी पति चंद्रिका भुइयां, कुंती देवी पति लक्षण मुसहर, सुनीता देवी पति अजय मांझी, सजीना खातून पति मो उस्मान खान, रसीदा खातून पति मो वसीम खान ने उपायुक्त से शिकायत कर गरीब परिवारों को अबुआ आवास का लाभ देने की मांग की है ।
20 हजार रिश्वत लेने का लगाया आरोप
वहीँ अबुआ आवास के लाभुक रशीदा खातून पति वसीम खान ने अपने दिए गए आवेदन में बताया गया है कि, मेरा अबुआ आवास का प्रथम किस्त तीस हजार प्राप्त हो गया है, जिससे मैं अपना घर का निर्माण कर रही हूँ। परन्तु मुखिया मन्दु चौधरी के द्वारा 60 हजार रू० रिश्वत मांगा जा रहा है, और बाजबरण मुझसे 20 हजार रू० ले लिया है, और बाकि 40 हजार रू० नहीं देने पर मेरा मकान बनाने नहीं दिया जा रहा है । आगे वह बताती है की मुखिया के द्वारा मो. साकिर खान पिता मो. मंजुर खानं ग्राम मोदीडीह पंचायत मीरगंज को धन बल से अमीर होने पर भी एक नहीं बल्कि तीन तीन अबुआ आवास का लाभ दिया गया है, तथा घर का निमार्ण हो रहा है। सलमा खातुन पति सहजाद खानं ग्राम मोदीडीह पंचायत मीरगंज का पक्का मकान होने पर भी मुखिया जी के द्वारा अबुआ अवास का लाभ दिया गया। उन्होंने आगे दिए गए अपने आवेदन में बताया है की वार्ड सदस्य रौशन खान, मुखिया एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा रिश्वत' मांगा जाता है, इनके द्वारा मनमाना रूप से कार्य करते हुए मुखिया के द्वारा कभी भी गांव व पंचायत में ग्रामसभा नहीं किया जाता है, तथा जाली हस्ताक्षर व कागजात बनाकर अपने कार्य को परिपूर्ण किया जाता है ।
क्या कहते है मुखिया
इस मामले पर मीरगंज पंचायत के मुखिया मंटू चौधरी का कहना है कि लगाए गए सारे आरोप निराधार है उन्होंने बताया जो योग्य लाभुक थे उनका चयन किया गया, जिनका नाम छुट गया हैं, उनका अगले लिस्ट में नाम है, आगे उन्हें अबूआ आवास का लाभ दिया जाएगा, उन्होंने आगे बताया रशीदा खातून के द्वारा जो आरोप लगाया गया है, वह बिल्कुल झूठ है, उन्होंने कहा रशीदा खातून के द्वारा अबुआ आवास का निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है, उनका पहले से जो पक्का मकान है, उसमें ही अबुआ आवास पास करने के लिए दबाव बनाया जाता है, जो कि अनुचित है, जांच होगा तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा ।
0 Comments